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Friday, December 29, 2017

पेशवा बाजीराव: अपने कार्यकाल में एक भी युद्ध न हारने वाले शासक

पेशवा बाजीराव: अपने कार्यकाल में एक भी युद्ध न हारने वाले शासक

 

भारतीय इतिहास में मराठा साम्राज्य का खास योगदान रहा. उस साम्राज्य में एक पेशवा बाजीराव नाम के एक राजा हुए, जिन्होंने अपने यश से मराठा साम्राज्य का विस्तार किया.
कहा जाता है कि अपनी सेना के कार्यकाल में उन्होंने एक भी युद्ध नहीं हारा. तो आईये भारत के इस महान योद्धा को जरा नजदीक से जानने की कोशिश करते हैं–

छोटी उम्र में ही थाम लिए हथियार

पेशवा बाजीराव का जन्म 18 August 1700
को छत्रपति शाहू की सल्तनत में हुआ. उनके पिता का नाम बालाजी विश्वनाथ और माता का नाम राधाबाई था. चूंकि पेशवा के पिता छत्रपति शाहू के पहले पेशवा थे, इसलिए बचपन से ही पेशवा ने शौर्यता के किस्से सुने थे. यही कारण रहा कि वह थोड़े बड़े हुए तो उन्होंने रण-कौशल का हुनर सीखना शुरु कर दिया.
यही नहीं युवा होते ही वह अपने पिता के साथ सैन्य अभियानों में भाग तक लेने लगे. इन सबके कारण वह देखते ही देखते कुछ ही दिनों में मराठा की सेना के जनरलों द्वारा अच्छी तरह से प्रशिक्षित हो गए थे. बाद में 1920 के आसपास जब उनके पिता की मृत्यु हो गयी, तो उन्हें पेशवा के पद पर मनोनीत किया गया. इस समय बाजीराव की उम्र महज 20 वर्ष की रही होगी.
चूंकि उनकी उम्र बहुत कम थी, इसलिए उनकी नियुक्ति पर खूब हो हल्ला भी हुआ. वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पर सवाल उठाए. हालांकि, इस सबके बावजूद बाजीराव पेशवा का पद पाने में सफल रहे.
पेशवा बनते ही बाजीराव ने अपने इरादे जाहिर कर दिए. वह मराठा ध्वज को दिल्ली के दीवारों में लहराते हुए देखना चाहते थे. साथ ही वह मुग़ल साम्राज्य को सत्ता से बाहर करना चाहते थे.

शाहू महाराज को अनुमति मिली तो…

मुगलों को खत्म करने के इरादे से आगे बढ़ने के लिए बाजी के सामने सबसे पहले महाराज शाहू को इसके लिए मनाने की बड़ी चुनौती थी. खैर, उन्होंने हिम्मत जुटाते हुए एक सभी के दौरान हिम्मत जुटाते हुए कहा, महाराज हम बंजर दक्कन को पार कर मध्य भारत पर मराठा झंडा को गाड़ सकते हैं. यह मुगलों पर वार करने का बहुत सही समय है.
इस वक्त मुगलों के ज्यादातर राजा कमजोर, धृष्ट, व्यभिचारी और नशे की लती हो चुके हैं. ऐसे में हम उन पर हमला करके उनकी सारी धन-संपदा पर अपना कब्जा कर सकते हैं. उनके जोश भरे लहजे से सब हैरान थे.
सभा में मौजूद सभी लोगों ने उनका विरोध किया, किन्तु शाहू महाराज उनसे प्रभावित हुए और उन्हें अपनी योजना के साथ आगे बढ़ने के लिए कहा. अनुमति मिलते ही बाजी नहीं रुके और शुरु कर दिया मुगलों का पतन.
कहते हैं कि जैसे-जैसे वह उत्तर की तरफ बढ़ते रहे, वैसे-वैसे मुगलों का पतन नजदीक आता रहा. माना जाता है कि मुगल शासक उनसे इस तरह खौफ खाने लगे थे कि उनका सामना करने से डरते थे. इसका फायदा उठाते हुए उन्होंने हिन्दुओं के पवित्र तीर्थ स्थलों को मुगलों के शोषण, भय व उत्पीड़न से मुक्त कराया.

किसी भी लड़ाई में नहीं हारे थे!

 बाजीराव ने मुगलों के पतन के लिए पूरे भारत में कई अभियानों को भी चलाया. इसमें निजाम, बुंदेलखंड और गुजरात का अभियान कुछ प्रमुख नाम हैं.
बाजीराव की सबसे बड़ी खासियत थी कि वह एक अच्छे घुड़सवार होने के साथ-साथ गजब के रणनीतिकार भी थे. इस कारण दुश्मन उनका सामना नहीं कर पाते थे.
इसके साथ ही उन्होंने गुजरात और मध्य भारत के अधिकांश क्षेत्रों पर विजय प्राप्त की. उनके इस विजय-रथ ने मुगलों की नींव हिला दी. उनकी रणनीति ही थी कि वह अपने सफर में राजपूत शासकों से टकराव से बचते रहे. इसका फायदा यह हुआ कि वह मराठों और राजपूतों के मध्य मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करने में सफल रहे, जोकि उनके साम्राज्य के विस्तार में मददगार हुआ.
कहते हैं कि बाजीराव ने 40 से अधिक लड़ाइयाँ लड़ीं. खास बात तो यह थी कि इनमें से किसी भी लड़ाई में वह पराजित नहीं हुए. कई लोग तो उनकी तुलना नेपोलियन बोनापार्ट तक करते है 

मस्तानी संग बाजीराव की कहानी

बाजीराव के युद्धों में से इलाहाबाद का युद्ध बड़ा ही यादगार युद्ध था. 1727 में  इलाहाबाद में बाजीराव ने एक मुगल सरदार को पराजित किया था, तो छत्रसाल ने खुश होकर उन्हें मस्तानी से विवाह का प्रस्ताव दे दिया. हालांकि, बाजीराव की पहले से ही शादी हो रखी थी, इसलिए उन्होंने मस्तानी से शादी नहीं की.
हालांकि, उनके साथ उनके प्रेम-प्रंसग को लेकर खूब कहानियां पढ़ने को मिलती हैं और यह भी कहा जाता है कि बाजीराव ने उन्हें अपनी दूसरी पत्नी के रुप में स्वीकार कर लिया था.
एक कहानी की माने तो मस्तानी बहुत ही ज्यादा सुंदर थीं. इतनी सुंदर की बाजीराव उनकी तरफ खिचे चले गए. दिलचस्प बात यह थी कि मस्तानी केवल खूबसूरत नहीं थीं, बल्कि वह घुड़सवारी, तलवारबाजी जैसे गुणों से परिपूर्ण थी. इसके अलावा वह राजनीति की समझ रखती थी. इन्हीं के चलते बाजी उनके नजदीक जाते गए.
माना जाता है कि अंतत: बाजी ने उनके साथ विवाह करते हुए उन्हें अपनी दूसरी पत्नी के रुप में स्वीकार कर लिया था.
पूरी दुनिया में अपने यश से मराठाओं का नाम रोशन करने वाले बाजी की मृत्यु इस तरह होगी, ऐसा किसी को यकीन न था. कहते हैं कि 1740 में बाजी अपनी सेना के साथ खरगांव में थे, इस दौरान उन्हें तेज़ बुखार हुआ, जोकि उनकी मृत्य का कारण बना.
वैसे इस विषय पर संजय लीला भंसाली की फिल्म बाजीराव मस्तानी भी खासी चर्चित रही.
आप क्या कहेंगे इस महान योद्धा के सफ़र पर?
Great Baji Rao

 


 

 

 


Friday, August 4, 2017

Important Gernal Knowledge Questions

GK Gyan



*1. पृथ्वी अपने अक्ष पर कितना झुकी है ?*
►23.30
*2.सौर मंडल का एक मात्र ग्रह जिस पर जीवन है ?*
►पृथ्वी
*3.सौर मंडल के बड़े ग्रहों में पृथ्वी का स्थान कौन-सा है ?*
►पांचवां
*4.पृथ्वी का विषुवतीय व्यास कितना है ?*
►12756 किलोमीटर । इसी तरह इसका ध्रुवीय व्यास 12714 किलोमीटर है ।
*5.पृथ्वी अपने अक्ष पर किस दिशा में धूमती है ?*
►पश्चिम से पूरब
*6. पृथ्वी अपनी धुरी का चक्कर किस रफ्तार से और कितने समय में पूरा करती है ?*
►1610 किलोमीटर प्रति घंटे की चाल से 23 घंटे 56 मिनट 4 सेकेंड में ।
*7. पृथ्वी की किस गति से दिन और रात होता है ?*
►घुर्णन
*8. पृथ्वी की किस गति से साल बनते हैं ?*
►परिक्रमण
*9. सूर्य की परिक्रमा करने में पृथ्वी को कितना समय लगता है ?*
►365 दिन 5 घंटे 48 मिनट 46 सेकेंड यानी 365 दिन 6 घंटे ।
*10. पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा करने में लगे वक्त को क्या कहते हैं ?*
►सौर वर्ष
*11. प्रत्येक सौर वर्ष या कैलेंडर वर्ष में कितना समय बढ़ जाता है ?*
►6 घंटे
*12. आकार और बनावट की दृष्टि से पृथ्वी किस ग्रह के समान है ?*
►शुक्र
*13. पृथ्वी को नीला ग्रह किस कारण से कहा जाता है ?*
►पानी की उपस्थिति के कारण ।
*14. सूर्य के बाद पृथ्वी का सबसे निकट का तारा कौन-सा है ?*
►प्रॉक्सिमा सेंचुरी
*15. पृथ्वी का एक मात्र उपग्रह कौन-सा है ?*
►चंद्रमा
*16. चंद्रमा की सतह और उसकी आंतरिक स्थिति का अध्ययन करने वाला विज्ञान कहलाता है ?*
►सेनेनोलॉजी
*17. चंद्रमा पर धूल के मैदान को क्या कहते हैं ?*
►शांति सागर
*18. जीवाश्म ग्रह किसे कहा जाता है ?*
►चंद्रमा
*19. चंद्रमा किसकी रोशनी से चमकता है ?*
►सूर्य
*20. समुद्र में उठने वाले ज्वार भाटे की वजह क्या है ?*
►अपेक्षित सौर्य एवं चंद्रमा की शक्तियों का अनुपात 11:5 होता है ।
*21. चंद्रमा पर पाए जाने वाले चट्टानों में किस धातु की मात्रा सबसे अधिक है ?*
►टाइटेनियम
*22. पृथ्वी से चंद्रमा का कितना प्रतिशत भाग दिखाई देता है ?*
►57 प्रतिशत
*23. चंद्रमा धरती की परिक्रमा एवं घुर्णन कितने दिनों में करता है ?*
►27 दिन 8 घंटे
*24. चंद्रमा का सबसे ऊंचा पर्वत कौन-सा है ?*
►लीबनिट्ज पर्वत
*25. चंद्रमा पर सबसे पहले पहुंचने वाले अंतरिक्ष यात्री कौन थे ?*
►नील आर्मस्ट्रांग एवं सर एडविन एल्डिन
*26. चंद्रमा पर कब अंतरिक्ष यात्रियों ने पहुंचने में सफलता पाई ?*
►21 जुलाई 1969 ई.
*27. चंद्रमा पर पहली बार पहुंचने वाले अंतरिक्ष यात्री किस यान से गए थे ?*
►अपोलो-11
*28. प्रकाश चक्र क्या है ?*
►वैसी काल्पनिक रेखा जो पृथ्वी के प्रकाशित और अप्रकाशित हिस्सों को बांटती है ।
*29. पृथ्वी के परिभ्रमण की दिशा क्या है ?*
►पश्चिम से पूर्व
*30. जिस कक्षा में पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है उसे क्या कहते हैं ?*
►दीर्घवृत्तीय
*31. एपसाइड रेखा क्या है ?*
►उपसौरिक एवं अपसौरिक को मिलानने वाली काल्पनिक रेखा सूर्य के केंद्र से गुजरती है, इसे एपसाइड रेखा कहते हैं ।
*32. उपसौरिक क्या है ?*
►3 जनवरी को सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी कम हो जाती है जिसे उपसौरिक कहते हैं ।
*33. अपसौरिक क्या है ?*
►जुलाई को पृथ्वी सूर्य से कुछ दूर चली जाती है इसे अपसौरिक कहते हैं ।
*34. अक्षांश क्या है ?*
यह ग्लोब पर पश्चिम से पूरम की ओर खींची गई काल्पनिक रेखा है, जिसे अंश में प्रदर्शित किया जाता है ।
*35. किस रेखा को शून्य अंश की स्थिति माना जाता है ?*
►विषवत रेखा
*36. देशांतर क्या है ?*
►यह ग्लोब पर उत्तर से दक्षिण की ओर खींची जाने वाली काल्पनिक रेखा है ।
*37. किसी स्थान का समय ज्ञात किन रेखाओं के आधार पर किया जाता है ?*
► देशांतर
*38. दो देशांतर रेखाओं के बीच की दूरी को क्या कहते हैं ?*


►गोरे
*39. सूर्यग्रहण क्या है ?*
►जब कभी दिन के समय सूर्य तथा पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य की चमकती सतह चंद्रमा की वजह से दिखाई नहीं पड़ती है, इसे सूर्यग्रहण कहते हैं ।
*40. पूर्ण सूर्यग्रहण किस दिन होता है ?*
►अमावस्या के दिन
*41. चंद्रग्रहण क्या है ?*
►जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो सूर्य की पूरी रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ती है, इसे चंद्रग्रहण कहते हैं ।
*42. पूर्ण चंद्रग्रहण किस रात होता है ?*
►पूर्णिमा की रात
*43. समय का निर्धारण कैसे किया जाता है ?*
►एक देशांतर का अंतर होने पर समय में चार मिनट का अंतर होता है । चूंकि पृथ्वी पश्चिम से पूरब की ओर घूमती है इसलिए पूरब की ओर बढ़ने पर प्रत्येक देशांतर पर चार मिनट बढ़ जाता है और पश्चिम जाने पर प्रत्येक देशांतर पर चार मिनट घट जाता है ।
*44. अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा क्या है ?*
►180 डिग्री देशांतर को अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा कहते हैं ।

Wednesday, August 2, 2017

Second World War In Hindi

द्वितीय विश्वयुद्ध की पूरी जानकारी | About Second World War In Hindi

 

 Second World War 

 द्वितीय विश्व युद्ध 1 सितंबर, 1939 से 2 सितंबर, 1945 तक चलने वाला एक विश्व-स्तरीय युद्ध था। इस युद्ध में लगभग 70 देशों की थल-जल-वायु सेनाएं सम्मलित थीं। इस युद्ध में विश्व दो भागों मे बँटा हुआ था – मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र। इस युद्ध में विभिन्न राष्ट्रों के लगभग 10 करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया, तथा यह मानव इतिहास का सबसे ज़्यादा घातक युद्ध साबित हुआ। इस महायुद्ध में 5 से 7 करोड़ व्यक्तियों की जानें गईं क्योंकि इसके महत्वपूर्ण घटनाक्रम में असैनिक नागरिकों का नरसंहार- जिसमें होलोकॉस्ट भी शामिल है- तथा परमाणु हथियारों का एकमात्र इस्तेमाल शामिल है (जिसकी वजह से युद्ध के अंत मे मित्र राष्ट्रों की जीत हुई)। इसी कारण यह मानव इतिहास का सबसे भयंकर युद्ध था।

द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत कैसे हुई – Second World War Reason In Hindi

पहले विश्वयुद्ध में हार के बाद जर्मनी को वर्साय की संधि पर जबरन हस्ताक्षर करना पड़ा। इस संधि के कारण उसे अपने कब्ज़े की बहुत सारी ज़मीन छोडनी पड़ी, किसी दूसरे देश पर आक्रमण नहीं करने की शर्त माननी पड़ी, अपनी सेना को सीमित करना पड़ा और उसको पहले विश्व युद्ध में हुए नुकसान की भरपाई के रूप में दूसरे देशों को भुगतान करना पड़ा। 1933 में जर्मनी का शासक एडोल्फ हिटलर बना और तुंरत ही उसने जर्मनी को वापस एक शक्तिशाली सैन्य ताकत के रूप में प्रर्दशित करना शुरू कर दिया। इस बात से फ्रांस और इंग्लैंड चिंतित हो गए जो की पिछली लड़ाई में काफ़ी नुक़सान उठा चुके थे। इन सब बातों को देखकर और अपने आप को बचाने के लिए फ्रांस ने इटली के साथ हाथ मिलाया और उसने अफ्रीका में इथियोपिया- जो उसके कब्ज़े में था- को इटली को देने का मन बना लिया। 1935 में बात और बिगड़ गई जब हिटलर ने वर्साय की संधि को तोड़ दिया और अपनी सेना को बड़ा करने का काम शुरू कर दिया।
जैसे जैसे समय बीतता गया तनाव बढता रहा। यूरोप में जर्मनी और इटली और ताकतवर होते जा रहे थे और 1938 में जर्मनी ने आस्ट्रिया पर हमला बोल दिया फिर भी दुसरे यूरोपीय देशों ने इसका ज़्यादा विरोध नही किया। इस बात से उत्साहित होकर हिटलर ने सदेतेनलैंड जो की चेकोस्लोवाकिया का पश्चिमी हिस्सा है और जहाँ जर्मन भाषा बोलने वालों की ज्यादा तादात थी वहां पर हमला बोल दिया। 1937 में चीन और जापान मार्को पोलों में आपस में लड़ रहे थे। जापान धुरी राष्ट्र के समर्थन मे था, क्यूंकी वो एशिया मे अपनी धाक जमाना चाहता था। सितम्बर 1939 में सोविएत संघ ने जापान को अपनी सीमा से खदेड़ दिया और उसी समय जर्मनी ने पोलैंड पर हमला बोल दिया। फ्रांस, इंग्लैंड और राष्ट्रमण्डल देशों ने भी जर्मनी के खिलाफ हमला बोल दिया परन्तु यह हमला बहुत बड़े पैमाने पर नही था सिर्फ़ फ्रांस ने एक छोटा हमला सारलैण्ड पर किया जो की जर्मनी का एक राज्य था। धीरे-धीरे बात बढ़ती गयी और दूसरे विश्व युद्ध शुरू हो गया।

द्वितीय विश्व युद्ध का अंत कैसे हुआ –

सन् 1944 में जहाँ एक ओर पश्चिमी मित्र देशों ने जर्मनी द्वारा क़ब्ज़ा किए हुए फ़्रांस पर आक्रमण किया वहीं दूसरी ओर से सोवियत संघ ने अपनी खोई हुयी ज़मीन वापस छीनने के बाद जर्मनी तथा उसके सहयोगी राष्ट्रों पर हमला बोल दिया। सन् 1 945 के अप्रैल-मई में सोवियत और पोलैंड की सेनाओं ने बर्लिन पर क़ब्ज़ा कर लिया और युरोप में दूसरे विश्वयुद्ध का अन्त 8 मई 1945 को तब हुआ जब जर्मनी ने बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया।
सन् 1944 और 1945 के दौरान अमेरिका ने कई जगहों पर जापानी नौसेना को शिकस्त दी और पश्चिमी प्रशान्त के कई द्वीपों में अपना क़ब्ज़ा बना लिया। जब जापानी द्वीपसमूह पर आक्रमण करने का समय क़रीब आया तो अमेरिका ने जापान में दो परमाणु बम गिरा दिये। इस तरह 1945 में एशिया में भी दूसरा विश्वयुद्ध समाप्त हो गया जब जापानी साम्राज्य ने आत्मसमर्पण करना स्वीकार कर लिया।

द्वितीय विश्व युद्ध मे भारत की भूमिका –

दूसरे विश्वयुद्ध के समय भारत मे आज़ादी की लड़ाई चल रही थी लेकिन भारत पर अंग्रेज़ो का कब्जा था। इसलिए आधिकारिक रूप से भारत ने भी नाजी जर्मनी के विरुद्ध 1939 में युद्ध की घोषणा कर दी। ब्रिटिश राज (गुलाम भारत) ने 20 लाख से अधिक सैनिक युद्ध के लिए भेजा जिन्होने ब्रिटिश नियंत्रण के अधीन धुरी शक्तियों के विरुद्ध युद्ध लड़ा। इसके अलावा सभी देशी रियासतों ने युद्ध के लिए बड़ी मात्रा में अंग्रेजों को धनराशि प्रदान की।

द्वितीय विश्वयुद्ध से जुड़े तथ्य और जानकारियां – Second World War Facts & Information In Hindi

1.  इस युद्ध में 11 मिलियन लोग मारे गए थे तो वहीं कई देशों का वर्चस्व भी खत्म हो गया था।

2. रूस ने अपने सबसे ज्यादा नागरिकों को खोया। करीब 21 मिलियन रूसी नागरिक इस युद्ध में मारे गए थे।

3. इस युद्ध के दौरान करीब 1.5 मिलियन बच्चों की मौत हुई थी।
 
4. द्वितीय विश्व युद्ध 6 सालों तक लड़ा गया।
 
5. हिटलर को द्वितीय विश्वयुद्ध के लिये जिम्मेदार माना जाता है।
 
6.द्वितीय विश्वयुद्ध में 61 देशों ने हिस्सा लिया।
 
7. सोवियत संघ पर जर्मनी के आक्रमण करने की योजना को बारबोसा योजना कहा गया।
 
8. 1939 से 1945 के बीच करीब 3.4 मिलियन बम गिराए गए थे यानी प्रतिमाह औसतन 27,700 बम।
 
9 .जर्मनी की ओर से द्वितीय विश्वयुद्ध में इटली ने 10 जून 1940 ई. को प्रवेश किया।
 
10. अमेरिका द्वितीय विश्वयुद्ध में 8 सितंबर 1941 ई. में शामिल हुआ।
 
11. द्वितीय विश्वयुद्ध के समय अमेरिका का राष्ट्रपति फैंकलिन डी रुजवेल्टई था।
 
12. करीब छह मिलियन ज्यूइस नागरिकों की हत्या होलोकॉस्ट के दौरान हुई।
 
13. इस युद्ध के दौरान ही भारतीय धार्मिक प्रतीक चिन्ह स्वास्तिक का प्रयोग नाजी सेना ने किया।
 
14. युद्ध के समय इंगलैंड का प्रधानमंत्री विंस्टरन चर्चिल थे।
 
15. अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर एटम बम का इस्तेेमाल 6 अगस्तर 1945 ई. में किया।
 
16. द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी की पराजय का श्रेय रूस को जाता है।
 
17. द्वितीय विश्व युद्ध में मित्रराष्ट्रों के द्वारा पराजित होने वाला अंतिम देश जापान था।
 
18. 1942 से 1943 के बीच स्टालिनग्रैड के युद्ध में 800,000 से 1,600,000 से ज्यादा लोगों की मौत।

Amazing Facts About RAW in Hindi

भारतीय खुफिया एजेंसी राॅ(RAW) से जुड़े 25 रोचक तथ्य

 

 

खुफिया एजेंसियां किसी भी देश की सुरक्षा में अपना एक अलग महत्व रखती हैं. भारतीय खुफिया एजेंसी राॅ (RAW) हैं. क्या आप जानते हैं यह काम कैसे करता हैं? आपने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) पर बहुत सी फिल्में भी देखी होगी लेकिन असलियत में इसके बारे में आपको कुछ भी नही पता होगा…

1. रॉ का कानूनी दर्जा अभी भी अस्पष्ट ही हैं। आखिर क्यों रॉ एक एजेंसी नहीं बल्कि विंग हैं?
2. रॉ का गठन 1962 के भारत-चीन युद्ध और 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद तब किया गया, जब इंदिरा गांधी सरकार ने भारत की सुरक्षा की जरूरत को महसूस किया.
3. अगर आपने इस एजेंसी के बारे में खबरों में या कहीं और ज़्यादा कुछ नहीं सुना है, तो आप इससे अंदाज़ा लगा सकते है कि यह वास्तव में कितना गुप्त हैं.
4. राॅ पर RTI नही डाल सकते, Q कि यह देश की सुरक्षा का मामला हैं.
5. राॅ में शामिल होने के लिए आपके माता-पिता भारतीय होने जरूरी हैं.
6. रॉ का सिद्धांत ‘धर्मो रक्षति रक्षितः’ है, जिसका मतलब है कि जो शख्स धर्म की रक्षा करता है वह हमेशा सुरक्षित रहता हैं.
7. राॅ सीधी अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री को भेजती है. इसके डायरेक्टर का चुनाव, सेक्रेटरी(रिसर्च) द्वारा होता हैं.
8. ऐसे प्रत्याशी जिनका चुनाव रक्षा बलों से हुआ हो उन्हें इसमें शामिल होने से पहले अपने मूल विभाग से इस्तीफा देना आवश्यक हैं.
9. मिशन पूरा होने के बाद, अधिकारी को अनुमति होती है कि वह अपने मूल विभाग में वापस शामिल हो सकते हैं। अगर आपके पास इतना शौर्य नहीं बचा है तो आप बेशक वापस जा सकते हैं.
10. राॅ में शामिल होना कोई मालामाल होना नही हैं, वो आदमी इससे दूर ही रहे जो रिश्वत लेने वाले या लालची हो.
11. सिक्किम को भारत में शामिल करने का श्रेय भी बहुत हद तक रॉ को जाता हैं। रॉ ने वहां के नागरिकों को भारत समर्थक (प्रो इंडियन) बनाने में अहम भूमिका निभाई.
12. आपका राॅ में शामिल होने के सपना एक राज होना चाहिए और ये राज किसी को न बताएं.
13. यह एक डेस्क में बैठकर काम करने वाली नौकरी नहीं है। आप किसी मिशन पर हो, तो पूरी सम्भावना है कि आपके परिवार को भी नहीं पता होगा कि आप कहाँ हैं.
14. यह साबित करने के लिए हमेशा तैयार रहें कि आप दिन के चौबीसों घंटे, हफ्ते के सातों दिन, किसी भी परिस्थिति में काम कर सकते हैं और खुद को उन परिस्थितियों के अनुरूप ढाल सकते हैंं.
15. अगर आप किसी खेल में अच्छे हैं तो यहाँ आपके प्रवेश के अवसर को बढ़ा देती हैं.
16. अपने विभाग से कुछ भी छिपाने की कोशिश न करें। अगर आपको लगता है कि होशयारी में आप उसे मात से सकते हैं तो आप गलत हैं.
17. चीनी, अफगानी या किसी दूसरी भाषा का ज्ञान आपको दूसरो से ऊपर खड़ा करता हैं.
18. भारत की खुफिया एजेंसी अपने आप ही आप तक पहुंचेगी। उन्हें खोजने की कोशिश मत करिए.
19. एक जासूस के राज़ उसकी मौत के साथ ही दफन हो जाते हैं। यहां तक कि उसकी पत्नी को तक नहीं पता होता कि उसका पति एक रॉ एजेंट हैं.
20. एक रॉ जासूस की ज़िन्दगी, फिल्मों में दर्शाई गई जासूस की ज़िन्दगी से कहीं से भी मेल नहीं खाती. लेकिन जासूसी में अव्वल होते हैं.
21. भारत के परमाणु कार्यक्रम को गोपनीय रखना रॉ की जिम्मेदारी थी.
22. रॉ में ड्यूटी पर तैनात अधिकारी को बंदूक नहीं मिलती। बचाव के लिए ये अपनी तेज बुद्धि का इस्तेमाल करते हैं.
23. रॉ का गठन अमेरिकी के सीआईए की तर्ज पर ही किया गया हैं। इसके ऑफिशल्स को अमेरिका, यूके और इजरायल में ट्रेनिंग ली जाती हैं.
24. राॅ में शामिल होने का सबसे अच्छा तरीका हैं UPSC पास करो और IPS या IFS पद पर कार्यरत हो जाओ.
25. यदि राॅ का एजेंट दूसरे देश में जासूसी करता पकड़ लिया जाए तो अपने देश की सरकार ही उनसे पल्ला झाड़ लेती है, उनकी किसी तरह की कोई सहायता नहीं करती हैं। और अंत में जब उनकी दुशमन देश में मौत हो जाती है तो उनको अपने वतन की मिट्टी तक नसीब नहीं होती हैं। कुछ ऐसा ही हुआ था भारत के रविन्द्र कौशिक के साथ.

Interesting Facts about NASA in Hindi

नासा से जुड़े कुछ ऱोचक तथ्य – Interesting Facts about NASA in Hindi

 

दुनिया की सबसे बड़ी स्पेस एजेंसी NASA का नाम तो हर किसी ने सुना होंगा लेकिन नासा से जुड़े कुछ ऐसे ऱोचक तथ्य है जो कोई नहीं जानता तो आइये जानते है NASA से जुड़े कुछ ऱोचक तथ्य। :-

1. NASA की स्थापना आज से करीब 58 साल पहले यानी 29 जुलाई सन् 1958 में को गई थी।
2. NASA का हैडकार्टर वाशिंगटन में है और इस पर पूरी तरह से अमेरिका का कंट्रोल है।
3. NASA का फुल फॉर्म National Aeronautics and Space Administration है।
4. NASA पर हर साल करीब $19 अरब डॉलर खर्च होते है।
5. NASA में 18000 से भी ज़्यादा लोग काम करते है जिनमे से अधिकतर वैज्ञानिक है।
6. एक बार यमन के तीन लोगो ने NASA पर मंगल ग्रह पर घुसपैठ का मामला दर्ज कराया था।
7. उनका मानना था कि मंगल ग्रह पर उनके पूर्वजो का हक़ है और NASA उसपर घुसपैठ नहीं कर सकता।
8. NASA से पहले”National Advisory Committee for Aeronautics (NACA)” नामक एक एजेंसी हुआ करती थी जो अंतरिक्ष के मामलो में सलाह या फैसला देती थी।
9. NASA ने 1 अक्टूबर सन् 1958 से कार्य करना शुरू किया था और तब से आज तक अमेरिकी अंतरिक्ष अन्वेषण के सारे कार्यक्रम नासा द्वारा ही संचालित किए गए है।
10. चाँद पर पहुचने वाला पहला यान(अपोलो) भी नासा द्वारा ही भेजा गया था।
11. आपको यह जानकार हैरानी होंगी की नासा “Prolonged Weightlessness” की स्टडी करने के लिए कुछ लोगो को सिर्फ महीनो भर तक आरामदायक बिस्तर पर सोने के लिए पैसे देता है।
12. अमेरिका में जब कभी भी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन किसी के ऊपर से गुजरता है तो नासा उन लोगो को मैसेज करता है।
13. अमेरिका के संघीय बजट का 20% नासा को जाता है।
14. अमेरिका की हर $1 डॉलर की कामाई मे से करीब $0.005 डॉलर नासा में जाता है।
15. एक अनुमान के मुताबिक NASA के द्वारा बनाए गए 100000 यानो में से सिर्फ 1 यान के असफल हो सकता है।
16. कई लोगो का यह भ्रम है कि नासा एक स्पेस पेन बनाने में लाखों डॉलर खर्च कर चुका है लेकिन यह सही नहीं है।
17. NASA के एक Thad Roberts नामक प्रिशिक्षु को 7 साल जेल में गुजारने पड़े थे क्योंकि वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ चोरी किये हुए चाँद के पत्थर के टुकडो पर सेक्स कर रहा है।
18. माना जाता है कि NASA शरीर पर शून्य गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव की जांच करने के लिए आपको 24 घंटे बिस्तर पर सोने के $15000 डॉलर दे सकता है।
19. The Learning Channel(TLC) नासा के सहयोग से ही शुरू किया गया है।
20. NASA ने अब तक invisible braces, scratch resistant lenses जैसी कई खोजे भी की है।
21. NASA एक ऐसा इंजन तैयार करने वाला है जो कुछ ही दिनों में मंगल ग्रह पर पहुच सकेंगा।
22. जब कभी भी किसी भी गृह पर जीवन संभव हुआ तो NASA ने उसके लिए अभी से एक Planetary Protection Office बनाया ताकि वह उस समय उसका इस्तेमाल कर सके।
23. NASA के पास कही पर भी कभी भी मूसलाधार बारिश कराने की तकनीक भी है।
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Monday, July 24, 2017

ताजमहल के बारे में रोचक जानकारी - Interesting information about the Taj Mahal

ताजमहल के बारे में रोचक जानकारी  - Interesting information about the Taj Mahal

 

 

  • ताज महल का निर्माण कार्य बर्ष 1632 में शुरू हुआ था और यह वर्ष 1653 तक बनकर तैयार हुआ था
  • इस सुन्‍दर मकबरेे काे बनाने में तकरीबन 22 साल का समय लगा था
  • ताजमहल में लगभग 20,000 मजदूरों , कारीगरों और बहुत सारे शिल्पकारों ने काम किया
  • ताजमहल का मुख्य गुंबद 60 फीट ऊँचा और 80 फीट चौड़ा है
  • ताजमहल में फव्‍वारे किसी पाइप नहीं जुडे हुऐ बल्‍िक हर फव्‍वारेे के नीचे एक तावें का टैंक है और सभी टैंकों को एक ही समय पर भरा जाता है जिससे दबाब बनने पर ये फव्‍वारे चलतेे हैं
  • औरंगाबाद स्थित बीबी के मकबरे को मिनी ताज महल क‍हा जाता है
  • ताजमहल बनाने वाले कारीगर का नाम अहमद लाहौरी था इन्‍हें ईराक से बुुलाया गया था
  • ताजमहल की नींव में एक विशेष प्रकार की लकड़ी का प्रयोग हुआ है जो कि अब यमुना के जलस्तर कम होने के कारण सूखती जा रही है
  • ताजमहल के चारों और की मीनारों की ऊॅचाई 41.6 मीटर है 
  • ताजमहल के सामने जो बैठने के लिए जो बेंच लगी हैै उस बेंच का नाम डायना बेंच है
  • ताजमहल में शाहजहां और मुमताज की कब्र के ऊपर एक लैंप लटका हुआ है जो मिस्त्र के सुल्‍तान बेवर्सी दि्तीय की मस्जिद के लैंप की नकल है
  • ये लैंप 18 फरवरी, 1906 को ताजमहल में पहली बार जलाया गया था
  • मुमताज और शाहजहॉ की असली कब्र ताजमहल के तहखाने में हैं इस कब्रों पर अल्लाह के 99 नाम खुदे हुए हैं
  • क्‍या आप जानते हैंं कि ताजमहल के साथ पहली सेल्‍फी George Harrison नाम के व्‍यक्ति ने ली थी
  • ताज को आप सुबह देखने पर ताज गुलाबी दिखता है, शाम को दुधिया सफ़ेद और चांदनी रात में सुनहरा दिखेगा

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